Sunday, 9 October 2011

जख्म गहरा हो जितना सीने का मजा आएगा

लगा लो एक बार दिल पीने का मजा आएगा
जला लो एक बार दिल जीने का मजा आएगा

चोट खा तू मोहब्बत की एक बार इस दिल पे
जख्म गहरा हो जितना सीने का मजा आएगा

ना थकना हार के दिन रात मशक्कत करना
बदन पे आई हर बूँद पसीने का मजा आएगा

तू यकीं कर अपने यार का अंधों की तरह "पटेल"
तुझे फिर पाक दिल मदीने का मजा आएगा ....................SPS ..........

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